एक कविता द्वारा उत्तराखंड की जानकारी
हलाकि मूल रचना हुतात्मा महारानी लक्ष्मी बाई को श्रद्धांजलि थी पर प्रदेश की जानकारी को देने के जिसने भी इस रुपातरण उनको नमन ================= आओ बच्चों देखो झांकी अपने उत्तराखंड की। इस मिट्टी को झुककर चूमो शत् शत् करो प्रणाम भी। जय हो उत्तराखंड, जय हो उत्तराखंड। (1) ये देखो अल्मोड़ा यहाँ कितनी सुंदर हरियाली है सबको है आकर्षित करती धरती ये मतवाली है। दूर दूर तक दृश्य विहंगम बदरा काली काली है। सबसे प्यारी नैना देवी झाँकी यहाँ निराली है। जागेश्वर मंदिर में बजते घंटे सुबह औ शाम जी। इस मिट्टी को झुककर चूमो शत् शत् करो प्रणाम भी। जय हो उत्तराखंड, जय हो उत्तराखंड। (2) बागेश्वर को देखो यहाँ कितना सुंदर विस्तार है सुंदरता में इसकी महिमा चारों ओर अपार है धरती से आकाश चूमते बाँज बुराँस का प्यार है सचमुच में ये पावन धरती स्वर्ग का अवतार है मन को ठंडक मिलती है जब लेते इसका नाम जी, इस मिट्टी को झुककर चूमो शत् शत् करो प्रणाम भी। जय हो उत्तराखंड, जय हो उत्तराखंड। (3) चमोली को शोभित करता बद्रीनाथ का धाम है। गोपेश्वर भी है यहाँ पर हेमकुंड भी साथ है औली में है बर्फ चमकत...